गुरुवार, 8 सितंबर 2022

किरण बेदी की जीवनी & अनमोल विचार

             किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 में अमृतसर, पंजाब (भारत) में हुआ था। उनके के पिता का नाम का नाम प्रकाश लाल पेशावरिया और माता का नाम प्रेमलता है। अमृतसर के एक छोटे से परिवार में जन्मी चार बेटियों ने आगे चलकर अपने माता पिता का नाम रोशन किया। जिनमें से प्रकाश लाल पेशावरिया की दूसरी बेटी किरण बेदी है। उनके माता-पिता ने उनकी परवरिश इस प्रकार की पुरुष प्रधान समाज में रहते हुए, वे स्वाभिमान और मस्ती के साथ जी सके। उन्होंने अपनी बेटियों को आत्मसम्मान और अनुशासन का जो पाठ पढ़ाया वही किरण बेदी और उनकी बहनो लिए असली संपत्ति बनी।
 

शिक्षा

        किरण बेदी बचपन से ही हमने जिंदगी को बचपन से ही अपनी जिंदगी को एक अलग नजरिए से जीना चाहते थे। उनके मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा था । इसलिए उन्होंने एक अलग ही राह चुनी। किरण बेदी को बचपन से टेनिस खेलना बहुत पसंद था और वे टेनिस के खिलाड़ी है। किरण बेदी ऑल इंडिया और ऑल एशियन टेनिस चैंपियन की विजेता भी रही। किरण बेदी और उनकी बहनों को पेशावर बहनों के नाम से जाना था

किरण बेदी नहीं अपनी शुरू की शिक्षा अमृतसर के सीक्रेट हर्ट कान्वेंट स्कूल से की. वहां पर उन्होंने नेशनल क्रेडिट कोर्स में भर्ती हुई। 1964-68 में उन्होंने शासकीय कन्या महाविद्यालय, अमृतसर से अंग्रेजी साहित्य में ऑनर्स में बी. ए. और 1968-70 राजनीतिक शास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की इस महीने पहले स्थान पर आई।

आईपीएस ऑफिसर का सफ़र और करियर

        किरण बेदी ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1972 में शुरू कर दी थी। इसी वर्ष इन्होंने भारत की प्रथम महिला आईपीएस ऑफिसर का खिताब जीता। आईपीएस ऑफिसर की ट्रेनिंग के लिए किरण बेदी कई महीनों तक राजस्थान के माउंट आबू में रही हैं। इसके बाद किरण बेदी अरुणाचल प्रदेश गोवा मिजोरम और कुछ केंद्र शासित प्रदेशों में भी अपनी सेवा लोगों के बीच मुहैया करवाया है।

    धीरे-धीरे समय बीतता गया और वर्ष 1975 में किरण बेदी को उनकी पहली पोस्टिंग दी गई। उनकी पहली पोस्टिंग भारत की राजधानी दिल्ली में हुई थी। इसी समय में किरण बेदी ने भारतीय स्वतंत्रता दिवस की परेड में पुरुषों का प्रतिनिधित्व किया।

    किरण बेदी ने दिल्ली में लगभग 4 वर्षों तक अपनी सेवा को लोगों को प्रधान कराया। इसके बाद वर्ष 1979 ईस्वी में किरण बेदी को पश्चिमी दिल्ली में डीसीपी के पद पर पोस्टिंग दे दी गई। किरण बेदी को क्राइम कंट्रोलिंग के लिए ऑफिसर नहीं मिल पा रहे थे, इसके लिए उन्होंने गांव के ग्रामीणों को स्वयंसेवी बनाने का प्रस्ताव रखा।

    किरण बेदी की इमेज काफी अच्छी बन गई थी, जिसके कारण लोगों ने स्वयं को किरण बेदी का स्वयंसेवी बनने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। किरण बेदी ने पुलिस सर्विस को करने के साथ-साथ राजनीति में भी अपने कदम को बढ़ा लिया था। अब हम आगे जानेंगे कि किरण बेदी ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत कैसे की थी। 

किरण बेदी के पुरस्कार और सम्मान
 

2005 में, CUNY स्कूल ऑफ लॉ ने उन्हें "जेल सुधारों और पुलिसिंग के लिए मानवीय दृष्टिकोण" की मान्यता में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। नवज्योति दिल्ली पुलिस फाउंडेशन को अंतर्राष्ट्रीय ड्रग नियंत्रण प्रयासों में उत्कृष्ट योगदान के लिए 1999 सर्ज सोतीरॉफ मेमोरियल अवार्ड मिला। उन्हें 2005 में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आचार्य तुलसी कार्तित्वा पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। 

किरण बेदी की जीवनी & अनमोल विचार किरण बेदी किस राजनीतिक दल के लिए कार्यरत है? किरण बेदी किस पद पर कार्यरत थी? किरण बेदी के पिता का नाम क्या था? vichar


 किरण बेदी अनमोल विचार

1. ऐसी शिक्षा का क्या मोल है जो हमारे अंदर गलत को ठीक करने का जुनून और निडरता न पैदा कर सके
2..मैंने हमेशा से अपने अंदर वंचित लोगो के लिए जीने और सेवा करने का उत्साह पाला है।
3.शासक और शासित के बीच के अंतर को कम किए बिना भ्रष्टाचार को हटाया नहीं जा सकता है।
4.मैं कभी अपने पहले की उपलब्धियों की वजह से रुकी नहीं हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि बहुत कुछ किया जाना है और अभी ग्रांड फिनाले आना बाकी हैँ।
5.हम परिवर्तन की शुरुआत अपने घरों, पड़ोस, बस्ती, गांवों और स्कूलों से कर सकते हैं।
6.वो कितने बड़ी राष्ट्रीय क्रांति होगी अगर हममें से हर कोई खुद को स्वशासित करना शुरू कर देगा।
7.काम मुझे खुशी देता है और हर एक शुरुआत स्वयं की खोज का एक मार्ग है।
8.जिंदगी में मेरा उद्देश्य यही है कि सब कुछ संभव हैं, कोई भी लक्ष्य असंभव नही है – किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिये हमें केवल कोशिश करने की जरुरत है।
9.वे लोग जो अपनी उर्जा को समय-समय पर चार्ज करते है वे कभी असफल नही होते।
10.कुछ परिस्थितियों में निर्णय लेना निश्चित ही कठिन होता है। इससे बचने का यही तरीका है कि कोई निर्णय ना ले और समस्या को वैसे ही रहने दे। और ऐसे लोग जो समस्याओ का समाधान नही ढूंडते कुछ समय बाद वे खुद ही समस्या बन जाते है।
11.आतंकवाद चाहे जहा भी हो वह मानव समुदाय के लिये हानिकारक है
12.“महिलाओ को हमें सशक्त बनाने की जरुरत है उन्हें ऐसे पद पर पहोचने की जरुरत है जहा उन्हें त्याग करने की बजाये चुनाव करना पड़े.”
13.“सदाचार, शराफत और नैतिकता ही असली सैनिक है।”
14.“मैंने अपने अन्दर हमेशा वंछित लोगो के लिये जीने का और उनकी सेवा करने का उत्साह पाला है.”
15.मैंने हमेशा से अपने अन्दर वंचित लोगों के लिए जीने और सेवा करने का उत्साह पाला है .
16.“राष्ट्रिय क्रांति उस दिन आयेगी जिस दिन हम में से हर एक खुद को पुलिस समझेगा।”
17.बिना शाशक और शाशित के बीच की दूरी कम किये भ्रष्टाचार को नहीं मिटाया जा सकता।
18.मैं कभी अपनी पहले की उपलब्धियों की वजह से स्थिर नहीं हुई हूँ, क्योंकि मुझे लगता है कि बहुत कुछ किया जाना है और अभी ग्रैंड फिनाले बाकी है।
19.“ऐसे लोग समय के साथ अपने जीवन को चार्ज नही करते बाद में समय उनपर लाठी-चार्ज करता है।”
20.मौजूदा दृष्टिकोण में प्रबल बदलाव के बिना सम्बन्ध नहीं बन सकते .

कृपया इन Motivational Quotes in Hindi को आप बहुत ध्यान से पढ़िए और सफलता की ओर एक और कदम बढ़ा दीजिये - हमें आशा है कि आपको यह article बहुत  पसंद आया होगा किरण बेदी की जीवनी & अनमोल विचार कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये और इस शेयर भी जरुर करे.

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