हम जो भी और जैसा भी सोचते हैं, वही बनते जाते हैं. -गौतम बुद्ध
हेलो दोस्तों आज हम देखेंगे गौतम बुद्ध के अनमोल विचार गौतम बुद्ध का जन्म 563 इसवी पूर्व लुंबिनी, नेपाल में हुआ था। उनके पिता का नाम शुद्धोधन था। जो की एक क्षत्रिय राजा थे और उनकी माता का नाम महामाया(मायादेवी) था। गौतम के जन्म के 7 दिन बाद ही इनकी माता की मृत्यु हो गई। इसके बाद में उनका पालन पोषण उनके मौसी और शुध्दोधन की दूसरी रानी महाप्रजापति(गौतमी) ने किया। गौतम बुद्ध का वास्तविक नाम सिद्धार्थ था। लेकिन बौद्ध साहित्य में उन्हें कई अन्य नाम हो जैसे शाक्यमुनि, गौतम, शाक्य सिंह जैसे कई नामों से जाना जाता है। इनकी माता महामाया कोलियन वंश की राजकुमारी थी। कहा जाता है कि जब महामाया गर्भवती अवस्था में अपने पिता के घर जा रही थी तो उन्होंने लुंबिनी ग्राम के स्थान पर बुद्ध को जन्म दिया। बाद में इसी स्थान पर मौर्य सम्राट अशोक ने यहां स्तंभ बनाया जिस पर यह लिखा हुआ था कि “यहां शाक्यमुनि बुद्ध का जन्म हुआ था”।सिद्धार्थ ने गुरु विश्वामित्र के पास वेद और उपनिषद को तो पढा ही और उसके साथ साथ राजकाज और युद्ध विद्या के शिक्षा ली। गौतम से कुश्ती, घुड़दौड़, तीर-कमान, रथ हांकने में कोई उसकी बराबरी नहीं कर पाता था चलो देखते हैं उनके अनमोल विचार
1.अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पर केन्द्रित करो. इसके माध्यम से बुद्ध कहना चाहते हैं कि हमें अपने आज में जीना चाहिए और उसे ही बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि खुश रहने का सबसे अच्छा तरीका यही है.
2.आपके पास जो कुछ भी है उसे दूसरों के सामने बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती.
3.तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छिप सकतीं- सूर्य, चंद्रमा और सत्य. अगर आपने कोई गलती कर दी है और उसे छिपाने के लिए झूठ बोल रहे हैं तो याद रखें कि सत्य ज्यादा देर तक छिप नहीं पाएगा.
4.दूसरों से लड़ाई करने से अच्छा है तुम खुद पर जीत हासिल करो. इससे तुम्हें कभी कोई दिक्कत नहीं आएगी और हमेशा जीत तुम्हारी ही रहेगी. अगर तुमने खुद पर जीत हासिल कर ली तो तुम्हें कोई पराजित नहीं कर सकता.
5.एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती हैं। उसी तरह खुशियाँ भी बाँटने से बढ़ती है, कम नहीं होती।
6.इस पूरी दुनिया में इतना अन्धकार नहीं है कि वो एक छोटे से दीपक के प्रकाश को मिटा सके।
7.क्रोधित रहना, जलते कोयले को किसी दूसरे पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है। यह सबसे पहले खुद को ही जलाता है।
8.मंजिल तक पहुँचने से ज्यादा महत्वपूर्ण, मंजिल तक की यात्रा अच्छे से करना होता है।
9.भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ। अभी वर्तमान पर ध्यान दो। यही खुश रहने का रास्ता है।
10.क्रोध को पाले रखना खुद ज़हर पीकर दूसरे के मरने की अपेक्षा करने जैसा है।
11.स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है , संतोष सबसे बड़ा धन और विश्वास सबसे अच्छा संबंध।
12.जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो। केवल वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करो
13.हम अपनी सोच से ही निर्मित होते हैं , हम जैसा सोचते हैं , वैसे ही बन जाते हैं। जब मन शुद्ध होता है तो खुशियाँ परछाई की तरह आपके साथ चलती हैं । आपका मन ही सब कुछ है , आप जैसा सोचेंगे वैसा बन जायेंगे
14.किसी परिवार को खुश , सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है अनुशासन और मन पर नियंत्रण।अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले , तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है।
15.जिस तरह एक मोमबत्ती बिना आग के खुद नहीं जल सकती , उसी तरह एक इंसान बिना आध्यात्मिक जीवन के जीवित नहीं रह सकता
16.हम जब बोलते हैं तो हमें अपने शब्दों को देखभाल के चुनना चाहिए , कि सुनने वाले पर उसका क्या प्रभाव पड़ेगा। अच्छा या बुरा ।
17.आपको जो कुछ मिला है उस पर घमंड ना करो और ना ही दूसरों से ईर्ष्या करो। घमंड और ईर्ष्या करने वाले लोगों को कभी भी मन की शांति नहीं मिलती ।
18.किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए। जानवर तो बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। पर एक कपटी मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुंचा सकता है।
19.मैं कभी नहीं देखता कि , क्या किया जा चुका है। मैं हमेशा देखता हूं कि क्या किया जाना बाकी है।
20.सत्य के मार्ग पर चलते हुए कोई दो ही गलतियां कर सकता है पूरा रास्ता ना तय करना और इसकी शुरुआत ही ना करना।
21.मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य है अतीत पर शोक मत करो , ना ही भविष्य की चिंता करो। बल्कि बुद्धिमानी और इमानदारी से वर्तमान में जियो।
22.जीवन में ये चीजें सबसे अधिक मायने रखती हैं कि आपने कितने अच्छे से प्रेम किया। आपने कितनी पूर्णता के साथ जीवन जिया। आपने कितनी गहराई से अपनी कुंठा को जाने दिया।
23.अगर आप वास्तव में स्वयं से प्रेम करते हैं , तो आप कभी भी किसी को ठेस नहीं पहुंचा सकते हैं।
24.यह सोचना हास्यास्पद है कि कोई और आपको प्रसन्न या अप्रसन्न कर सकता है।
25.आकाश में पूर्व और पश्चिम का कोई भेद नहीं है। लोग अपने विचारों से भेद पैदा करते हैं। और फिर उनके सही होने पर यकीन कर लेते हैं।
26.खुशी इस पर निर्भर नहीं करती कि आपके पास क्या है या आप क्या हैं। यह पूरी तरह से इस पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं।
27.यदि समस्या का समाधान किया जा सकता है तो चिंता क्यों करें। यदि समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है तो चिंता करना आपको कोई फायदा नहीं पहुंचाएगा।
28.अगर आप किसी और के लिए दीपक जलाएंगे तो , वह आपका भी मार्ग प्रकाशित करेगा।
29.यदि आप पर्याप्त शांत है , तो आपको ब्रह्मांड का प्रवाह सुनाई देगा। आप उसकी ताल महसूस कर पाएंगे। इस प्रवाह के साथ आगे बढ़िए। आगे प्रसन्नता है और ध्यान महत्वपूर्ण है।
30.तुम्हारा सबसे बड़ा शत्रु तुम्हें उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता , जितना कि तुम्हारे खुद के बेपरवाह विचार। लेकिन एक बार इन्हें काबू कर लिया जाए तो , फिर कोई तुम्हारी इतनी मदद भी नहीं कर सकता जितना तुम खुद अपनी कर सकते हो । यहां तक कि तुम्हारे माता-पिता भी नहीं.
31. तुम्हारा शरीर कीमती है। यह हमारे जागृति का साधन है। इसका ध्यान रखो।
32.भूतकाल पहले ही बीत चुका है। भविष्य अभी तक आया नहीं है। तुम्हारे जीने के लिए बस एक ही क्षण है।
33.इस तिहरे सत्य को सभी को सिखाओ। एक उदार दिल , दयालु भाषण तथा सेवा और करुणा का जीवन। ये वो चीजें हैं जो मानवता को नवीनीकृत करती हैं।
34.जो सोता नहीं हैं उसके लिए रात लंबी है , जो चलता नहीं है उसके लिए दूरी लंबी है और जो मूर्ख सच्चा धर्म नहीं जाता , उसके लिए जीवन ही लंबा है।
35.बहुत बोलने वाला व्यक्ति विद्वान नहीं कहलाता है। धीरज रखने वाला , क्रोध न करने वाला व निडर व्यक्ति ही विद्वान कहलाता है.
36.जुनून जैसी कोई आग नहीं है। नफरत जैसा कोई दरिंदा नहीं है। मूर्खता जैसा कोई जाल नहीं है। लालच जैसी कोई धार नहीं।
37.हर अनुभव कुछ न कुछ सिखाता है। इसीलिए हर अनुभव महत्वपूर्ण है। हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं।
38.आपको जो मिला है उसका अधिक मूल्यांकन ना करें और ना ही दूसरों से ईर्ष्या रखें। क्योंकि दूसरों से ईर्ष्या रखने वाले को कभी भी मन की शांति प्राप्त नहीं होती है।
39.हजार योद्धाओं पर विजय पाना आसान है , लेकिन जो अपने आप पर विजय पाता है वही असली योद्धा होता है।
40.चंद्रमा के जैसे बादलों के पीछे से निकलो और फिर चमक जाओ।
41.संदेह और शक की आदत सबसे ज्यादा भयानक होती है क्योंकि यह किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकता है
42.दुनिया में तीन चीज जो कभी भी लंबे समय तक छुप नहीं सकती, वह है सुर्य, चंद्रमा और सत्य यही ब्रह्मांड का अटल सत्य है .
43.जिस व्यक्ति का मन शांत होता है, जो व्यक्ति बोलते और अपना काम करते समय शांत रहता है वह वहीं व्यक्ति होता है जिसने सत्य को पा लिया है और जो दुःख-तकलीफों से मुक्त हो चुका है
44.अगर आप अंधेरे में डूबे हुए हैं तो आप रोशनी की तलाश क्यो नही करते
45.एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लंबी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नज़र आती है इसी तरह सच्चे धर्म से बेखबर, मूर्खो के लिए जीवन- मृत्यु का शिलशिला भी उतना ही लंबा होता है
कृपया इन Motivational Quotes in Hindi को आप बहुत ध्यान से पढ़िए और सफलता की ओर एक और कदम बढ़ा दीजिये - हमें आशा है कि आपको यह article बहुत पसंद आया होगागौतम बुद्ध के अनमोल विचार Gautama Buddha Great Quotes in Hindi कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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